- बाजारों में सेब पहुंचाने के लिए रोजाना 300 ट्रकों का बंदोबस्त किया गया
- कश्मीर में मुस्तैद 78 हजार जवान मददगार भी बने
- प्रशासन घरों तक राशन, दवा और सैटेलाइट फोन पहुंचा रहा है
- 2500 निकाह की दावतें कैंसिल, अखबार निमंत्रण रद्द होने के इश्तेहारों से पटे
श्रीनगर: 24 घंटे सुरक्षा बलों का पहरा
डाउन टाउन की मशहूर जामिया मस्जिद। इलाके में 5 अगस्त से ही पाबंदियां हैं। सड़कें सूनी हैं, कंटीले तार रास्ता रोके हुए हैं। 24 घंटे सुरक्षा बलों का पहरा है। आम दिनों में भी हर शुक्रवार को इस इलाके में सुरक्षाबल प्रदर्शनकारियों और पत्थरबाजों का सामना करते हैं। पहला मौका है, जब इलाके में पाबंदियां तो हैं, लेकिन प्रदर्शन नहीं है।
'अच्छा है लड़कों को उकसाने वाले जेल में बंद हैं'
सईद साहब तीन पुश्तों से इसी डाउन टाउन में रह रहे हैं। वह कहते हैं कि 2008 हो, 2010 हो या 2016 में बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद 77 दिन का कर्फ्यू, कोई दिन ऐसा नहीं होता था, जब यहां प्रदर्शन न होते हों। पत्थरबाजी बिना दिन खत्म नहीं होता था। टियर गैस से हवा और पत्थरों से सड़कें पटी रहती थीं। अच्छा है, जो इस बार हमारे लड़कों को उकसाने और उनके जरिए कारोबार चलाने वाले अलगाववादी और नेता बंद हैं। कश्मीर में हड़ताल आम बात है। 2016 में अलगाववादी बाकायदा कैलेंडर जारी कर हड़तालों का प्लान देते थे। तब 50 दिन में 67 लोगों की जान गई थी। इस बार अलगाववादियों की गिरफ्तारियों का सीधा असर घाटी की कानून-व्यवस्था में दिख रहा है।
अपनों से बात करने के लिए घरों में सैटेलाइट फोन पहुंचाए जा रहे
पाबंदियों की बीच प्रशासन और सुरक्षाबलों की कोशिश है कि लोगों की दिक्कतें कम हों। प्रशासन घरों तक सैटेलाइट फोन पहुंचा रहा है, ताकि लोग अपनों से बात करे सकें। सीआरपीएफ के ऑफिसर कश्यप कादगट्टूर हर रोज डाउन टाउन में लोगों से मिलने जा रहे हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद है। ऐसे में कादगट्टूर गाड़ी में लोगों को लिफ्ट भी देते चलते हैं।
सरकार में स्टॉक में रखता राशन, 2 महीने का एडवांस सप्लाई कर दिया
घाटी में लोगों की बड़ी जरूरत राशन की है। लोगों को बर्फबारी में परेशानी न हो, इसलिए 4 महीने का राशन सरकार पहले से स्टोर रखती है। दो महीने का एडवांस राशन पिछले महीने ही सप्लाई कर दिया है। जबकि 4 महीने के लिए पेट्रोल और 22 दिन की एलपीजी गैस घाटी में है। सरकार ने 5000 करोड़ में घाटी का 50% सेब खरीदने का ऐलान किया है। जिससे 7 लाख किसानों को फायदा होगा। पुलवामा के डीसी सैयद राशिद सेब बाजारों में पहुंचाने के लिए रोजाना 300 ट्रक का बंदोबस्त कर रहे हैं। 10 जिलों में 3037 प्राथमिक, 774 मिडिल और हाईस्कूल खुल चुके हैं, पर बच्चे कम ही आ रहे हैं।